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भारत के संसाधन - 2
MP Board Class 10th So. Science Book Solutions in Hindi Medium अध्याय - 2 भारत के संसाधन - II

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Solutions सामाजिक विज्ञान - MP ..MP Board Class 10th So. Science Book Solutions in Hindi अध्याय - 2 MP Board Class 10th So. Science Solutions अध्याय - 2 भारत के संसाधन - II Board Class 10th So. Science अध्याय - 2

अध्याय 2
भारत के संसाधन ( II )
( कृषि फसलें , खनिज व शक्ति के साधन )

अभ्यास

प्रश्न 1. सही विकल्प चुनिए -

1.भारत में सर्वाधिक रबड़ का उत्पादन होता है -
(i) केरल ,
(ii) तमिलनाडु ,
(iii) असम ,
(iv) कर्नाटक।

2. नीली क्रांति का संबंध है -
(i) फलोत्पादन से ,
(ii) मछली उत्पादन से ,
(iii) भेड़ पालन से ,
(iv) दुग्ध उत्पादन से ।

3. लोह अयस्क का प्रकार नहीं है -
(i) हेमेटाइट ,
(ii) मेगनेटाइट ,
(iii) साइडेराइट ,
(iv) बॉक्साइट ।

4. मध्य प्रदेश किस खनिज के उत्पादन में भारत में प्रथम स्थान रखता है -
(i) लोहा ,
(ii) अभ्रक ,
(iii) सोना ,
(iv) हीरा ।

उत्तर - 1. केरल , 2. मछली उत्पादन से , 3. बॉक्साइट , 4. हीरा।

प्रश्न 2. रिक्त स्थान भरिए -

(i) पीत क्रांति का संबंध ………… से है।
(ii) श्वेत क्रांति द्वारा भारत में ………… को बढ़ावा मिला है।
(iii) प्रति हेक्टेयर गेहूं का सर्वाधिक उत्पादन करने वाला राज्य …………. है।
(iv) सोयाबीन उत्पादन में प्रथम स्थान प्राप्त भारतीय राज्य …………… है।

उत्तर - (i) तिलहन फसलों , (ii) दुग्ध उत्पादन , (iii) उत्तर प्रदेश , (iv) मध्य प्रदेश।

प्रश्न 3. सही जोड़ी बनाइए -

1. मक्का - पश्चिम बंगाल
2. चाय - उत्तर प्रदेश
3. कपास - आंध्र प्रदेश
4. चावल। - महाराष्ट्र
5. तम्बाकू - असम

उत्तर - 1. उत्तर प्रदेश , 2. असम , 3. महाराष्ट्र , 4. पश्चिम बंगाल , 5. आंध्र प्रदेश।

प्रश्न 4. लघु उत्तरीय प्रश्न -

1. खाद्यान्न फसलों से क्या तात्पर्य है ? खरीफ और रबी में अंतर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर - खाद्यान फसले - खाद्यान्न फसलों से हमारा आशय उन फसलों से है जो भोजन के लिए मुख्य पदार्थ का कार्य करते है जैसे - चावल , गेहूं , मक्का आदि।

खरीफ की फसलें -

1. यह मानसून के आगमन के साथ ( जून-जुलाई ) में बोई जाती है।
2. यह फसल सितंबर - अक्टूबर में काटी जाती है।
3. इसकी प्रमुख फसलें चावल , ज्वार , बाजरा , मूंगफली आदि है।
4. इन फसलों को पकने में कम समय लगता है।
5. इनका उत्पादन प्रति हेक्टेयर कम होता है।
6. भारत के 80% भू-भाग खरीफ की फसलें बोई जाती है।

रबी की फसलें -

1. यह फसल शरद ऋतु के साथ ( अक्टूबर-नवंबर ) में बोई जाती है।
2. यह फसल मार्च-अप्रैल में काटी जाती है।
3. इसकी प्रमुख फसलें गेहूं , जौ , चना , सरसों और अलसी है।
4. इन फसलों को पकने में अधिक समय लगता है।
5. इनका उत्पादन प्रति हेक्टेयर अधिक होता है।
6. भारत के 60% भू-भाग पर रबी की फसलें बोई जाती है।

2. किन्हीं दो औषधि पौधों के नाम लिखिए।
उत्तर -औषधि पौधों के नाम निम्न है -
तुलसी , हल्दी , नीम आदि है।

3. खनिज पदार्थ का क्या महत्व है ?
उत्तर -
(i) औद्योगिक विकास का आधार खनिज हैं।
(ii) खनिज का शक्ति के साधनों में महत्वपूर्ण स्थान है।
(iii) लोहा और कोयला दो से खनिज हैं जिसके बिना औद्योगिक प्रगति संभव नहीं है।
(iv) यातायात के सभी साधन मशीनें उपकरण , कृषि यंत्र पेट्रोलियम से बने पदार्थ सोना , चांदी , हीरे से बने आभूषण आदी हमें खनिजों से प्राप्त होते हैं।
(v) दैनिक जीवन में काम आने वाली प्रत्येक वस्तु का संबंध प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से खनिजों से संबंध जुड़ा है।

4. धातु के आधार पर खनिज पदार्थों के कौन-कौन से प्रकार है ?
उत्तर -
(i) धात्विक खनिज।
(ii) अधात्विक खनिज।

(i) धात्विक खनिज - वे खनिज पदार्थ , जिनमें धातु पर्याप्त मात्रा में मिलती है जैसे - लोहा , मैग्नीज आदि है।
(ii) अधात्विक खनिज - ऐसे खनिज पदार्थ , जिनमें धातु नहीं पाई जाती है जैसे - हीरा , अभ्रक , कोयला , नमक आदि।

5. आधुनिक युग में लोहे का क्या महत्व है ?
उत्तर -भूगर्भ से प्राप्त होने वाले खनिजों में लोह अयस्क सबसे अधिक महत्वपूर्ण खनिज है यह धरातल में सुलभ और प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। मानव के विकास में लोहे का महत्वपूर्ण योगदान है यह केवल औद्योगिक ढांचे की रिढ हि नहीं बल्कि आधुनिक युग के प्रत्येक क्षेत्र की आधारशिला है। वर्तमान में मनुष्य के उपयोग में आने वाली छोटी-छोटी वस्तुएं जैसे - सुई , ब्लेट , ऑल पिन , चाकू से लेकर विशाल मशीनें ट्रैक्टर , रेल , अस्त्र - शास्त्र , वायुयान आदि सभी वस्तुओं का निर्माण लोहे से होता है। लोहे का प्रयोग भवन बनाने , कारखाने में का निर्माण करना आदि अनेक आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु किया जाता है। मानव की प्रत्येक आवश्यकता को पूरा करने और जीवन को सुखम्य बनाने में लोह अयस्क का योगदान है। यदि लोहे का अभाव होता तो आज आर्थिक प्रगति संभव नहीं होती ।
अतः वर्तमान युग में लोह अयस्क विकास के जन्म दार है

6. श्वेत क्रांति व पीत क्रांति में अंतर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर -
श्वेत क्रांति -

1. श्वेत क्रांति का संबंध दूध ( दुग्ध ) से है।
2. इसे " ऑपरेशन फ्लड " के नाम से जाना जाता है।
3.श्वेत क्रांति का अर्थ डेयरी विकास के द्वारा दूध उत्पादन को बढ़ाना है।
4. सरकार द्वारा इस क्रांति के अंतर्गत विदेशी नस्लों कि गायों तथा स्थानीय गायों का संकरण से नई जातियों का विकास करना है।

पीत क्रांति -

1. पीत क्रांति का संबंध खाद्य तेलों व तिलहन फसलों से है।
2. इसे " पीली क्रांति " के नाम से जाना जाता है।
3. पीत क्रांति का उद्देश्य खाद्य तेलों व तिलहन फसलों का उत्पादन बढ़ाना है।
4. 1987 - 1988 में भारत सरकार ने टेक्नोलॉजी मिशन की शुरुआत की साथ ही समर्थक मूल्य में वृद्धि कर किसानों को अच्छे बीज उपलब्ध कराकर तिलहन फसलों को बढ़ावा दिया।

7. हरित क्रांति से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर - हरित क्रांति का तात्पर्य कृषि उत्पादन में उस तीव्र गति से है , जो अधिक उपज देने वाले बीजो , रासायनिक उर्वरकों व नई तकनीकों के प्रयोग के परिणाम स्वरूप हुई है। हरित क्रांति के फलस्वरूप फसलों की उत्पादकता में काफी वृद्धि हुई है भारतीय कृषि में उन्नत किस्म के बीजों का प्रयोग बढ़ता जा रहा है । पंजाब , हरियाणा , उत्तर प्रदेश , गुजरात , तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश व तेलंगाना में गेहूं व चावल का अधिक उत्पादन उन्नत किस्म के बीजों की देन है।

प्रश्न 5. दीर्घ उत्तरीय प्रश्न -

1. भारतीय अर्थव्यवस्था में कृषि के योगदान को स्पष्ट कीजिए।
उत्तर - कृषि हमारा प्राथमिक व्यवसाय है जिसमें फसलों की खेती तथा पशुपालन दोनों ही सम्मिलित है ।
भारतीय अर्थव्यवस्था में कृषि का योगदान निम्न है -

(i) जनसंख्या का भरण पोषण - भारतीय कृषि से विश्व के लगभग 17% जनसंख्या का पोषण हो रहा है कृषि हमारी दो तीहाई जनसंख्या का भरण पोषण करती है।

(ii) रोजगार में योगदान - भारतीय कृषि में देश की लगभग दो तिहाई श्रमशक्ति लगी हुई है। इसके द्वारा अप्रत्यक्ष रूप में भी अनेक लोगों को रोजगार मिलता है। लोग या तो दस्तकारी में लगे हैं या गांवों में कृषि उत्पादों पर आधारित छोटे-मोटे उद्योग धंधों में लगे हैं।

(iii) उद्योग धंधों का आधार - कृषि हमारे देश के अनेक छोटे-बड़े तथा कुटीर उद्योगों को कच्चा माल प्रदान करती है जैसे - सूती वस्त्र उद्योग के लिए कपास , चीनी उद्योगों के लिए गन्ना आदि ।

(iv) निर्यात व्यापार में महत्व - भारत के विदेशी व्यापार में भी कृषि का महत्वपूर्ण स्थान है। चाय , तंबाकू , मसाले , कहवा , प्याज , गुड , सूती वस्त्र अनेक वस्तुएं भारत विदेशों को बेचता है। जिससे हमें दुर्लभ विदेशी मुद्रा प्राप्त होती है।

(v) खाद्य सामग्री की उपलब्धि - कृषि में लगभग 62% करोड़ लोगों को खाद्यय सामग्री प्राप्त होती है जैसे - गेहूं , दालें , फल , मक्का आदि।
संक्षेप में भारतीय कृषि देश की अर्थव्यवस्था की महत्वपूर्ण आधारशिला है।

2. भारत में लोहा या मैंगनीज उत्पादन क्षेत्रों के वितरण का वर्णन कीजिए।
उत्तर - आधुनिक प्रौद्योगिक सभ्यता का आधार लोहा है लोह उत्पादन में विश्व में भारत का 8 वां स्थान है।
भारत में लोग उत्पादन क्षेत्र निम्नलिखित है -

(i) उत्तर - पूर्वी क्षेत्र - झारखंड राज्य के सिंह भूमि की प्रसिद्ध लोह खदाने , उड़ीसा के मयूरभंज जिले में सलाईपट्ट तथा बादाम पहाड़ की खदानें हैं।

(ii) मध्य भारत क्षेत्र - इस क्षेत्र में मध्यप्रदेश में जबलपुर , मंडला , बालाघाट , छत्तीसगढ़ में दुर्गापुर , बिलासपुर तथा महाराष्ट्र में रत्नागिरी , राजस्थान में उदयपुर व भीलवाड़ा।

(iii) प्रायद्वीपीय क्षेत्र - कर्नाटक के बेल्लारी , तमिलनाडु में स्लैम , आंध्र प्रदेश में अनंतपुर , तुरर्नुड़ तथा बिल्लूर जिला।

(iv) अन्य क्षेत्र - हरियाणा के महेंद्रगंज , हिमाचल प्रदेश के मंडी , उत्तराखंड के नैनीताल , केरल के कोझि-कोड़ , जम्मू - कश्मीर में जम्मू और उधमपुर तथा नागालैंड में लोहे के भंडार है।

अतिरिक्त प्रश्न उत्तर -

1. जैक आफ ऑल ट्रेड्स कहा जाता है ?
उत्तर - मैग्नीज ।

2. कोयला उत्पादन में भारत का स्थान है ?
उत्तर - तृतीय ।

3. भारत में खनिज तेल का उत्पादन सबसे पहले किस राज्य में हुआ ?
उत्तर - असम।

4. स्वतंत्रता से पहले भारत में एकमात्र तेल शोधन शाला कहां है ?
उत्तर - डिग्बोई ।

5. भारत में पहला जल विद्युत उत्पादन केंद्र कहां है ?
उत्तर - शिव समुद्र ( कर्नाटक )।

6. गन्ना उत्पादन में भारत का विश्व में स्थान है ?
उत्तर - प्रथम।

7. भारत का रूट क्षेत्र कहा जाता है ?
उत्तर - छोटा नागपुर का पठार।

 
No. Social science

1.

भारत के संसाधन - 1

2.

भारत के संसाधन - 2

3.

भारत में उद्योग

4.

परिवहन, संचार एवं विदेशी व्यापार

5.

मानचित्र पठन एवं अंकन

6.

प्राकृतिक आपदाएँ एवं आपदा प्रबन्धन

7.

1857 का प्रथम स्वतन्त्रता संग्राम

8.

भारत में राष्ट्रीय जागृति एवं राजनैतिक संगठनों की स्थापना

9.

स्वतन्त्रता आन्दोलन से सम्बन्धित घटनाएँ

10.

स्वतन्त्रता आन्दोलन में मध्य प्रदेश का योगदान

11.

स्वातंत्र्योत्तर भारत की प्रमुख घटनाएँ

12.

भारतीय संविधान

13.

भारतीय प्रजातन्त्र की कार्यप्रणाली

14.

प्रजातन्त्र के समक्ष प्रमुख चुनौतियाँ

15.

आर्थिक विकास और नियोजन

16.

ग्रामीण अर्थव्यवस्थाराष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारण्टी योजना-मध्य प्रदेश

17.

मुद्रा एवं वित्तीय प्रणाली

18.

अर्थव्यवस्था : सेवा क्षेत्रएवं अधोसंरचना

19.

उपभोक्ता जागरूकता

20.

आर्थिक प्रणाली

21.

वैश्वीकरण